Taal Thok Ke: कल लालू यादव ने पटना रैली में मोदी के परिवार को लेकर कई बातें कही थीं. आज पीएम को मौका मिला तो उन्होंने तेलंगाना से ही कहा, '140 करोड़ देशवासी ही मेरा परिवार है. आज देश की करोड़ों बेटियां-माताएं-बहनें यही मोदी का परिवार है. देश का हर गरीब मेरा परिवार है. जिसका कोई नहीं है, वो भी मोदी के हैं और मोदी उनका है. मेरा भारत-मेरा परिवार, इन्हीं भावनाओं का विस्तार लेकर मैं सपनों को संकल्प के साथ सिद्ध करने के लिए, आपके लिए जी रहा हूं, आपके लिए जूझ रहा हूं और आपके लिए जूझता रहूंगा.'
Taal Thok Ke: कल लालू यादव ने पटना रैली में मोदी के परिवार को लेकर कई बातें कही थीं. आज पीएम को मौका मिला तो उन्होंने तेलंगाना से ही कहा, '140 करोड़ देशवासी ही मेरा परिवार है. आज देश की करोड़ों बेटियां-माताएं-बहनें यही मोदी का परिवार है. देश का हर गरीब मेरा परिवार है. जिसका कोई नहीं है, वो भी मोदी के हैं और मोदी उनका है. मेरा भारत-मेरा परिवार, इन्हीं भावनाओं का विस्तार लेकर मैं सपनों को संकल्प के साथ सिद्ध करने के लिए, आपके लिए जी रहा हूं, आपके लिए जूझ रहा हूं और आपके लिए जूझता रहूंगा'.
कांग्रेस और आम आदमी पार्टी में 7 सीटों का फ़ैसला हो गया है। थोड़ी देर में ऐलान हो सकता है। तय ये हुआ है कि दिल्ली की 4 सीटों पर आम आदमी पार्टी लड़ेगी, और कांग्रेस 3 सीटों पर लड़ेगी। ..दोस्ती गुजरात और हरियाणा में भी हुई है। गुजरात की भरूच और भावनगर सीट आम आदमी पार्टी लड़ेगी। हरियाणा की एक सीट भी उसे मिलेगी। ..लेकिन पंजाब में कोई दोस्ती नहीं है। ...ये देखना दिलचस्प होगा कि 3 राज्यों में दोनों पार्टियां एक दूसरे की तारीफ़ में वोट मांगेंगी, लेकिन पंजाब में जब आमने-सामने होंगी तो एक-दूसरे के लिये इनकी उपमाएं, इनके अलंकार क्या होंगे। ..दिल्ली की 7 में से 4 सीटें...मतलब आम आदमी पार्टी लीड करेगी।
लोग इंतज़ार में हैं कि INDI अलायंस में सीटों का बंटवारा हो, ताकि समझ में आए कि कौन किससे लड़ रहा है। लेकिन सीट शेयरिंग पर गठबंधन की खुद की लड़ाई खत्म नहीं हो रही. आज कांग्रेस और आम आदमी पार्टी भिड़ गईं। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान से दिल्ली-पंजाब में सीट शेयरिंग पर सवाल पूछा गया- तो उन्होंने दोनों राज्यों में कांग्रेस को 'डेड' बता दिया। शब्द इस्तेमाल किया- 'एक थी कांग्रेस'। कांग्रेस को बात चुभ गई। उसने भी पूर्व कॉमेडियन भगवंत मान को 'जोकर' बता दिया। इतना ही नहीं 'तिहाड़ वालों की पार्टी' भी कहा। गठबंधन में रहने के ढंग सीखने को भी कहा।
Taal Thok Ke: 2024 का चुनावी बाज़ार सजने लगा है। ऐसे में मोहब्बत की दुकान की री-लॉन्चिंग डेट भी आ गई है। नेता वही है, यात्रा का पैटर्न वही है. बस ब्रांडिंग नई है। कांग्रेस ने आज राहुल गांधी की दूसरी भारत यात्रा का ऐलान कर दिया। पिछली बार भारत जोड़ो यात्रा नाम पर बीजेपी ने चुटकियां ली थीं। कहा था कि जुड़े हुए को फिर से कैसे जोड़ेंगे? इसीलिये इस बार ब्रांडिंग बदलकर यात्रा को 'भारत न्याय यात्रा' नाम दिया गया है। यात्रा को लेकर दो सवाल और हैं। पहला कि- क्या भारत न्याय यात्रा 24 में कांग्रेस और राहुल गांधी का राजयोग ला पाएगी? क्योंकि पिछली यात्रा से ख़ास चुनावी नतीजे नहीं मिले थे। दूसरा सवाल ये कि क्या राहुल गांधी के साथ INDI अलायंस भी दौड़ेगा? क्योंकि ममता-केजरीवाल-अखिलेश की नाराज़गी की ख़बरें हैं। और नीतीश को लेकर तो हवा है किसी भी वक्त पलटने की ख़बर आ सकती है।
Taal Thok Ke:राहुल गांधी की भारत न्याय यात्रा 14 जनवरी को मणिपुर से शुरू होगी, और 20 मार्च को मुंबई में खत्म होगी। 75 दिन की यात्रा में वो 14 राज्यों के 85 ज़िलों से गुज़रेंगे और 6 हज़ार 200 किलोमीटर की दूरी कभी पैदल तो कभी बस में बैठकर पूरी करेंगे। राहुल गांधी पिछली बार भारत जोड़ो यात्रा में कन्याकुमारी से कश्मीर तक 4 हज़ार 80 किलोमीटर चले थे। 12 राज्य, 2 केंद्र शासित प्रदेश और 75 ज़िले उन्होंने 150 दिनों में कवर किये थे। हांलाकि बीच में 9 दिन का क्रिसमस ब्रेक भी लिया था तो पिछली बार दक्षिण से उत्तर तक पैदल नापा था. इस बार पूरब से पश्चिम दिशा तक दौड़ेंगे।
Taal Thok Ke: 2024 का चुनावी बाज़ार सजने लगा है। ऐसे में मोहब्बत की दुकान की री-लॉन्चिंग डेट भी आ गई है। नेता वही है, यात्रा का पैटर्न वही है. बस ब्रांडिंग नई है। कांग्रेस ने आज राहुल गांधी की दूसरी भारत यात्रा का ऐलान कर दिया। पिछली बार भारत जोड़ो यात्रा नाम पर बीजेपी ने चुटकियां ली थीं। कहा था कि जुड़े हुए को फिर से कैसे जोड़ेंगे? इसीलिये इस बार ब्रांडिंग बदलकर यात्रा को 'भारत न्याय यात्रा' नाम दिया गया है।
24 का चुनावी बाज़ार सजने लगा है। ऐसे में मोहब्बत की दुकान की री-लॉन्चिंग डेट भी आ गई है। नेता वही है, यात्रा का पैटर्न वही है,बस ब्रांडिंग नई है। कांग्रेस ने आज राहुल गांधी की दूसरी भारत यात्रा का ऐलान कर दिया। पिछली बार भारत जोड़ो यात्रा नाम पर बीजेपी ने चुटकियां ली थीं। कहा था कि जुड़े हुए को फिर से कैसे जोड़ेंगे? इसीलिये इस बार ब्रांडिंग बदलकर यात्रा को 'भारत न्याय यात्रा' नाम दिया गया है। राहुल गांधी की भारत न्याय यात्रा 14 जनवरी को मणिपुर से शुरू होगी, और 20 मार्च को मुंबई में खत्म होगी। 75 दिन की यात्रा में वो 14 राज्यों के 85 ज़िलों से गुज़रेंगे और 6 हज़ार 200 किलोमीटर की दूरी कभी पैदल तो कभी बस में बैठकर पूरी करेंगे। राहुल गांधी पिछली बार भारत जोड़ो यात्रा में कन्याकुमारी से कश्मीर तक 4 हज़ार 80 किलोमीटर चले थे। 12 राज्य, 2 केंद्र शासित प्रदेश और 75 ज़िले उन्होंने 150 दिनों में कवर किये थे। हांलाकि बीच में 9 दिन का क्रिसमस ब्रेक भी लिया था। तो पिछली बार दक्षिण से उत्तर तक पैदल नापा था. इस बार पूरब से पश्चिम दिशा तक दौड़ेंगे। अब दूसरे प्वाइंट पर आते हैं कि भारत न्याय यात्रा में क्या नया है? तो जैसा कांग्रेस ने बताया है कि भारत जोड़ो यात्रा आर्थिक विषमता, सामाजिक ध्रुवीकरण और राजनीतिक तानाशाही पर फोकस थी। लेकिन भारत न्याय यात्रा में आर्थिक-सामाजिक-राजनीतिक न्याय,महंगाई और बेरोज़गारी के विरोधऔर लोकतंत्र-संविधान बचाने पर फोकस रहेगा। मणिपुर से यात्रा शुरू करने के पीछे भी मैसेज है कि कांग्रेस मणिपुर हिंसा का मुद्दा ज़िंदा रखेगी और कोशिश करेगी कि उसे लेकर सरकार को घेरे, और 24 में कुछ तो उसका एडवांटेज हासिल करे। आज राहुल गांधी हरियाणा के झज्जर में असंतुष्ट पहलवानों के बीच भी गये थे। सरकार से नाराज़ पहलवानों के साथ उन्होंने अपने पेच लड़ाए और मैसेज दिया कि ये पहलवान आगे भी उनके पोस्टर-बैनर होंगे। लेकिन यात्रा को लेकर दो सवाल और हैं। पहला कि- क्या भारत न्याय यात्रा 24 में कांग्रेस और राहुल गांधी का राजयोग ला पाएगी? क्योंकि पिछली यात्रा से ख़ास चुनावी नतीजे नहीं मिले थे। दूसरा सवाल ये कि क्या राहुल गांधी के साथ INDI अलायंस भी दौड़ेगा? क्योंकि ममता-केजरीवाल-अखिलेश की नाराज़गी की ख़बरें हैं। और नीतीश को लेकर तो हवा है किसी भी वक्त पलटने की ख़बर आ सकती है।
इजरायली कैबिनेट ने बुधवार की सुबह एक बड़ा फैसला लिया है। 50 बंधकों की रिहाई सुनिश्चित करने के लिए कैबिनेट ने एक समझौते को मंजूरी दी है। बंधकों की रिहाई के बदले गाजा पर अगले कुछ दिनों तक इजरायल अपनी बमबारी रोकेगा। इजरायली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने भी कहा कि यह डील बेहद जरूरी है और जब तक बंधकों की रिहाई सुनिश्चित नहीं होती, तब तक युद्ध खत्म नहीं होगा।
इजरायली कैबिनेट ने बुधवार की सुबह एक बड़ा फैसला लिया है। 50 बंधकों की रिहाई सुनिश्चित करने के लिए कैबिनेट ने एक समझौते को मंजूरी दी है। बंधकों की रिहाई के बदले गाजा पर अगले कुछ दिनों तक इजरायल अपनी बमबारी रोकेगा। इजरायली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने भी कहा कि यह डील बेहद जरूरी है और जब तक बंधकों की रिहाई सुनिश्चित नहीं होती, तब तक युद्ध खत्म नहीं होगा।