संसद के पहले सत्र में आपातकाल और संविधान को लेकर अभी बहस खत्म नहीं हुई थी कि विपक्ष की ओर से एक और मांग रख दी गई है। मोहनलालगंज से समाजवादी पार्टी के सांसद आर के चौधरी ने संसद सत्र की शुरुआत में ही सेंगोल को हटाने की मांग कर दी.
संसद ने आज ध्वनि मत से ओम बिरला को दूसरी बार स्पीकर चुन लिया। इसके बाद प्रधानमंत्री मोदी ओम बिरला के पास गये, और उन्हें बधाई दी..तो सामने की बेंच से नवनिर्वाचित नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी भी ओम बिरला के पास पहुंचे. प्रधानमंत्री ने बड़े सम्मान से नेता प्रतिपक्ष को जगह दी। इसके बाद राहुल गांधी ने स्पीकर को बधाई दी। जैसे ही स्पीकर ने 1975 की इमरजेंसी पर सदन की ओर से एक निंदा प्रस्ताव पढ़ा..तो इमरजेंसी की याद ने INDI अलायंस की एकता को जैसे चीर दिया।
Taal Thok Ke: आपातकाल का जिन्न लोकसभा में आज फिर जागा और जब ये जागा तो NDA के खिलाफ एकजुट होने का दावा कर रहे INDIA गठबंधन में फूट नजर आया. दरअसल, इंडिया गठबंधन से जुड़े सांसद संविधान के मुद्दे पर बीजेपी को घेर रहे हैं. तो एनडीए से जुड़े सांसद आपातकाल को लेकर कांग्रेस पर हमलावर हैं. इस बीच लोकसभा के स्पीकर चुने जाने के बाद ओम बिरला ने भी इमरजेंसी पर सदन में एक प्रस्ताव रखा. जैसे ही उन्होंने निंदा प्रस्ताव रखा, सदन में हंगामा शुरू हो गया. पक्ष और विपक्ष के सांसदों के बीच नारेबाजी शुरु हो गई. कांग्रेस सांसदों ने इस प्रस्ताव का जोरदार विरोध किया. लेकिन इंडिया गठबंधन में कांग्रेस की सहयोगी समाजवादी पार्टी, टीएमसी, आरजेडी और लेफ्ट, इस विरोध से दूर रहे. जब कांग्रेस सांसद विरोध जताने के लिए स्पीकर की कुर्सी के पास पहुंच गए. इस दौरान भी कांग्रेस के सहयोगी दलों के सांसद चुपचाप बैठ रहे. लेकिन जब स्पीकर ने इमरजेंसी के दौरान जान गंवाने वालों की याद में मौन रखते समय ये सांसद श्रद्धांजलि देने के लिए खड़े हो गए. भारी हो हंगामे के बीच स्पीकर ने सदन को संबोधित करते हुए 1975 में देश में आपातकाल लगाने के फैसले की निंदा की. और इसे भारतीय इतिहास का काला अध्याय बताते हुए तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी पर तनाशाही थोपने, संविधान-लोकतंत्र का अपमान करने लोकतांत्रिक मूल्यों को कुचलने और अभिव्यक्ति की आजादी का गला घोंटने के संगीन आरोप लगाए. तो क्या आपातकाल पर मोदी के मास्टस्ट्रोक से विपक्ष बिखर गया. क्या एलओपी बनते ही राहुल सियासी चक्रव्यूह में फंस गए.
Breaking News: Lok Sabha Speaker Election- Om Birla Vs K Suresh- एनडीए उम्मीदवार ओम बिरला ध्वनिमत से लोकसभा के स्पीकर चुने गए। पीएम नरेंद्र मोदी और सदन में विपक्ष के नेता राहुल गांधी उन्हें आसंदी तक छोड़ने आए। विपक्ष ने मतदान की मांग की थी। उनके उम्मीदवार के. सुरेश थे। प्रोटेम स्पीकर भर्तृहरि महताब ने यह मांग खारिज कर दी। वहीं हारने के बाद राहुल गांधी ने बड़ा बयान दिया है.
Lok Sabha Speaker Election: संसद में अखिलेश यादव ने लोकसभा स्पीकर चुनाव के बाद स्पीच दी. इस दौरान अखिलेश यादव ने कुछ ऐसा कहा कि, डिंपल यादव हंस पड़ीं. बता दें कि, एनडीए उम्मीदवार ओम बिरला ध्वनिमत से लोकसभा के स्पीकर चुने गए। पीएम नरेंद्र मोदी और सदन में विपक्ष के नेता राहुल गांधी उन्हें आसंदी तक छोड़ने आए। विपक्ष ने मतदान की मांग की थी। उनके उम्मीदवार के. सुरेश थे। प्रोटेम स्पीकर भर्तृहरि महताब ने यह मांग खारिज कर दी।
Breaking News: Lok Sabha Speaker Election- Om Birla Vs K Suresh- ओम बिरला लोकसभा के स्पीकर चुने गए हैं. प्रोटेम स्पीकर भर्तृहरि महताब ने ध्वनि मत से उन्हें विजयी घोषित किया गया. पीएम नरेंद्र मोदी नए स्पीकर को आसंदी तक छोड़ने आए. इसके बाद पीएम मोदी ने लोकसभा स्पीकर ओम बिरला की मुस्कान की तारीफ की.
OM Birla: ओम बिरला एकबार फिर से लोकसभा के स्पीकर चुन लिए गए हैं. ऐसे में एक शानदार वीडियो सामने आया है. जिसमें लोकसभा स्पीकर को कुर्सी तक पहुंचाने के लिए पीएम मोदी और राहुल गांधी खुद चलकर आए और उन्हें कुर्सी तक छोड़ा. जिसके बाद पुरा सदन तालियों से गूंज उठा.
Parliament Session 2024: स्पीकर चुनाव तय होने के बाद सरकार और विपक्ष में घमासान तेज हो गया है. केंद्रीय मंत्री प्रल्हाद जोशी ने कहा है कि स्पीकर चुनाव परंपरा के खिलाफ है और स्पीकर का चुनाव सर्वसम्मति होना चाहिए था. प्रल्हाद जोशी ने कहा NDA के पास संख्या बल है.
Breaking News: Lok Sabha Speaker Post Update - लोकसभा स्पीकर चुनाव से जुड़ी बड़ी खबर सूत्रों के हवाले से आ रही है. सूत्रों के मुताबिक एनडीए सरकार और बीजेपी स्पीकर के लिए ओम बिरला पर फिर भरोसा जता सकती है. सरकार लोकसभा स्पीकर के लिए जिन नामों पर विचार कर रही है उनमें एक नाम ओम बिरला का भी है. 26 जून को स्पीकर का चुनाव होना है. सूत्रों के मुताबिक ओमबिरला के अलावा 2-3 नामों पर भी विचार हो रहा है. 17वीं लोकसभा के दौरान 2019 से 2024 तक ओम बिरला लोकसभा के अध्यक्ष थे.