कथावाचक प्रदीप मिश्रा का एक बयान उन्हें भारी पड़ गया है. मथुरा में नाराज संतों ने उनके खिलाफ महापंचायत बुलाई. मथुरा में ब्रज के संतों, महंतों और धर्माचार्यों की महापंचायत हुई। इसमें संतों द्वारा कथावाचक प्रदीप मिश्रा के खिलाफ मोर्चा खोल दिया गया है.
लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजों में NDA को जीत तो मिली लेकिन यूपी समेत कई राज्यों में बीजेपी को हार का सामना करना पढ़ा। इस बीच मथुरा से जीत के बाद ज़ी न्यूज़ ने अभिनेत्री हेमा मालिनी से एक्सक्लूसिव बातचीत की है। इस रिपोर्ट में विस्तार से जानें हेमा मालिनी ने मथुरा से जीत पर क्या कुछ कहा।
मथुरा के यमुना एक्सप्रेस वे के जाबरा टोल प्लाजा का एक वीडियो सामने आया है. जिसमें कार चालक टोल कर्मी के साथ मारपीट करते नजर आ रहे हैं. यह पूरी घटना वहा लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई. मारपीट के दौरान टोलकर्मी बुरी तरह से घायल हो गया. उसने थाने में शिकायत दर्ज कराई. पुलिस ने मामले की रिपोर्ट दर्ज कार्यवाई शुरु कर दी है. देखें वीडियो...
Swami Govind Dev Giri Maharaj on Gyanvapi-Mathura Row: ज्ञानवापी और श्रीकृष्ण जन्मभूमि की मांग उठने लगी है। काशी और मथुरा को लेकर श्रीराम जन्मभूमि ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष स्वामी गोविंद देव गिरी महाराज ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि ज्ञानवापी और कृष्ण जन्मभूमि दे दें.
Swami Govind Dev Giri Maharaj on Gyanvapi-Mathura Row: श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष स्वामी गोविंद देव गिरि ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने मुस्लिम पक्ष से अपील की है कि वो अयोध्या, ज्ञानवापी और कृष्ण जन्मभूमि को सौंप देना चाहिए. क्योंकि ये आक्रांताओं की ओर से किए गए हमलों के सबसे बड़े निशान है. गोविंद देव गिरि ने कहा कि अगर मुस्लिम पक्ष ऐसा कर सके तो भाईचारा बढ़ाने में मदद मिलेगी।
Mathura ASI Breaking: श्रीकृष्ण जन्मभूमि विवाद पर बड़ी ख़बर सामने आ रही है. ASI ने जन्मभूमि पर दाखिल RTI के जवाब में दावा किया है कि औरंगजेब ने मथुरा में श्रीकृष्ण मंदिर तोड़ा था. मैनपुरी के अजय प्रताप सिंह ने ये जानकारी मांगी थी. वहीं ASI का 1920 में प्रकाशित गजट के आधार पर दावा किया गया कि मस्जिद के स्थान पर पहले कटरा केशवदेव मंदिर था.
संपत्ति को लेकर तो हर घर में झगड़े होते हैं. लेकिन मथुरा का एक अजीबो-गरीब मामला सामने आया है. दरअसल, मां की मौत के बाद 3 बेटियों में जमीन के बंटवारे को लेकर विवाद खड़ा हो गया. जिसकी वजह से मां का शव शमशान घाट में 9 घंटे तक पड़ा रहा. जी हां, ये हैरान कर देने वाला मामला सुनकर हर कोई सदमे में हैं. जब तक बंटवारा नहीं तब तक मां की चिता को अग्नि नहीं. शमशान घाट में इस हाई वोल्टेज ड्रामा की वजह से वहां के लोग भी परेशान हो गए. आप भी देखिए ये वीडियो.
Taal Thok Ke: राम मंदिर में 22 जनवरी 2024 को होने वाली प्राण प्रतिष्ठा को लेकर सियासत तेज़ है। लेकिन आज कई कांग्रेसी अयोध्या हो आए। दीपेंदर हुड्डा, अजय राय, अखिलेश प्रताप सिंह समेत कई कांग्रेस नेताओं ने आज सरयू में डुबकी लगाई। उसके बाद हाथ से हाथ मिलाकर एक साथ जयश्रीराम के नारे भी लगाये। लेकिन दूसरी तस्वीर भी देखिये। सरयू में कांग्रेसियों की राम नाम की डुबकी अयोध्या के लोकल लोगों को पसंद नहीं आई। बल्कि उन्हें गुस्सा आ गया। और कांग्रेसियों के साथ उनकी झड़प हो गई। लोगों ने मारपीट की...कांग्रेस का झंडा भी खींचकर फाड़ दिया। जैसा कि हमें पता चला है कि इन लोगों का ये कहना था कि कांग्रेस ने हमेशा तो राम मंदिर में रोड़ अटकाए। इसलिये अब सरयू में डुबकी लगाकर और जय श्रीराम बोलकर ढोंग कर रहे हैं। इसपर आगे बात करेंगे। क्योंकि अभी हमारी जो बहस है, वो इसपर है कि राम मंदिर बन जाने के बाद कौन से काम बाक़ी हैं? राम मंदिर उद्घाटन का निमंत्रण मिलने के बाद RSS प्रमुख मोहन भागवत ने पहला बयान दिया है। उन्होंने इसे आनंद का क्षण बताया। आगे ये कहा कि अभी बहुत काम बाक़ी है, जिस तपस्या से ये सपना पूरा हुआ है, उसे जारी रखना है। और तब तक जारी रखना है जब तक गंतव्य की प्राप्ति नहीं हो जाती। ठीक इसी वक्त AIMIM चीफ़ असदुद्दीन ओवैसी का भी एक बयान आया है। जिसमें एक बार फिर उन्होंने मुसलमानों से बाबरी को नहीं भूलने और हर मस्जिद को आबाद रखने की अपील की है। ओवैसी ने बयान में नई चीज़ ये जोड़ी कि उन्होंने आरोप लगाया कि मुसलमानों की हर मस्जिद को कुछ लोग ललचाई नज़रों से देख रहे हैं और उनपर कब्ज़ा करने की साज़िश कर रहे हैं। तो इसी पर बहस को आगे बढ़ाएंगे। जानेंगे कि भागवत ने जो शब्द कहा गंतव्य..उसका मतलब क्या है?..क्या काशी-मथुरा है?...वो किस तपस्या की बात कह रहे हैं जो अधूरी है?
Taal Thok Ke: राम मंदिर में 22 जनवरी 2024 को होने वाली प्राण प्रतिष्ठा को लेकर सियासत तेज़ है। लेकिन आज कई कांग्रेसी अयोध्या हो आए। दीपेंदर हुड्डा, अजय राय, अखिलेश प्रताप सिंह समेत कई कांग्रेस नेताओं ने आज सरयू में डुबकी लगाई। उसके बाद हाथ से हाथ मिलाकर एक साथ जयश्रीराम के नारे भी लगाये। लेकिन दूसरी तस्वीर भी देखिये। सरयू में कांग्रेसियों की राम नाम की डुबकी अयोध्या के लोकल लोगों को पसंद नहीं आई। बल्कि उन्हें गुस्सा आ गया। और कांग्रेसियों के साथ उनकी झड़प हो गई। लोगों ने मारपीट की...कांग्रेस का झंडा भी खींचकर फाड़ दिया। जैसा कि हमें पता चला है कि इन लोगों का ये कहना था कि कांग्रेस ने हमेशा तो राम मंदिर में रोड़ अटकाए। इसलिये अब सरयू में डुबकी लगाकर और जय श्रीराम बोलकर ढोंग कर रहे हैं। इसपर आगे बात करेंगे। क्योंकि अभी हमारी जो बहस है, वो इसपर है कि राम मंदिर बन जाने के बाद कौन से काम बाक़ी हैं? राम मंदिर उद्घाटन का निमंत्रण मिलने के बाद RSS प्रमुख मोहन भागवत ने पहला बयान दिया है। उन्होंने इसे आनंद का क्षण बताया। आगे ये कहा कि अभी बहुत काम बाक़ी है, जिस तपस्या से ये सपना पूरा हुआ है, उसे जारी रखना है। और तब तक जारी रखना है जब तक गंतव्य की प्राप्ति नहीं हो जाती। ठीक इसी वक्त AIMIM चीफ़ असदुद्दीन ओवैसी का भी एक बयान आया है। जिसमें एक बार फिर उन्होंने मुसलमानों से बाबरी को नहीं भूलने और हर मस्जिद को आबाद रखने की अपील की है। ओवैसी ने बयान में नई चीज़ ये जोड़ी कि उन्होंने आरोप लगाया कि मुसलमानों की हर मस्जिद को कुछ लोग ललचाई नज़रों से देख रहे हैं और उनपर कब्ज़ा करने की साज़िश कर रहे हैं। तो इसी पर बहस को आगे बढ़ाएंगे। जानेंगे कि भागवत ने जो शब्द कहा गंतव्य..उसका मतलब क्या है?..क्या काशी-मथुरा है?...वो किस तपस्या की बात कह रहे हैं जो अधूरी है?
Mathura EMU derails: उत्तर प्रदेश के मथुरा जंक्शन पर मंगलवार की रात ट्रेन हादसा हो गया. यहां शकूरबस्ती-मथुरा ईएमयू ट्रेन अचानक स्पीड तेज होने से प्लेटफॉर्म पर चढ़ गई. इससे वहां भगदड़ मच गई. इस दौरान एक यात्री को चोट लगी है, इस हादसे में कोई जनहानि नहीं हुई है. इस हादसे को लेकर रेल विभाग के अधिकारी मामले की जांच पड़ताल कर रहे हैं. मंगलवार को शकूरबस्ती से आई ईएमयू ट्रेन सवारियों को उतारने के लिए प्लेटफार्म नंबर दो पर रुकी. इसके बाद अचानक दोबारा से तेजी से चल पड़ी. प्लेटफॉर्म को तोड़ते हुए ऊपर चढ़ गई.