भारत-चीन सीमा विवाद के बीच चीन ने भारत के खिलाफ एक और चाल चली है. ताजा रिपोर्ट्स के मुताबिक, चीन ने अरुणाचल प्रदेश में कई जगहों के नाम बदलने का फैसला किया है। इसके जवाब में भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने चीन पर सख्त टिप्पणी की है. वहीं दूसरी ओर विदेश मंत्री एस जयशंकर ने भी चीन को दो टूक लताड़ लगाई है.
चीन की चालबाजी पर भारत उसे उसी की भाषा में जवाब देने को तैयार है. अरुणाचल प्रदेश को लेकर राजनाथ सिंह ने LAC के करीब जाकर जिनपिंग को जवाब दिया। भारत-चीन सीमा विवाद के बीच चीन को राजनाथ सिंह ने खरी खरी सुनाई। दरअसल अरुणाचल प्रदेश में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने चीन को दो टूक समझा दिया। राजनाथ सिंह ने पूर्वोत्तर राज्य के 30 जगहों के नाम बदलने पर कहा कि, 'नाम बदलने से हकीकत नहीं बदल जाएगी'.
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह सोमवार से ब्रिटेन की तीन दिवसीय यात्रा पर पहुंचे . 22 साल में किसी भारतीय रक्षा मंत्री की पहली हैं । इस दौरान वे ब्रिटिश प्रधानमंत्री ऋषि सुनक से भी मुलाकात कर सकते हैं।
Rajnath Singh UK Visit: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह 8 जनवरी को ब्रिटेन की तीन दिवसीय यात्रा के लिए रवाना होंगे. राजनाथ सिंह का ब्रिटेन दौरा कई मायने में खास हैं. इस दौरान रक्षा क्षेत्र में केंद्र सरकार के मेक इन इंडिया और आत्मनिर्भर भारत एजेंडे पर कई अहम बैठकें होंगी. साथ ही ब्रिटिश पीएम सुनक से भी मुलाकात की भी उम्मीद है.
जम्मू कश्मीर के राजौरी में छठे दिन भी आतंकियों की तलाश में सुरक्षाबल का सर्च ऑपरेशन जारी रहा। पूरे इलाके की घेरेबंदी करने के साथ ही आसमान से भी जंगल के इलाकों पर नज़र रखी जा रही है। ताकि किसी भी कीमत पर आतंकियों को भागने का मौका ना मिल पाए। इसके लिए हेलिकॉप्टर और ड्रोन की मदद ली गई। जो ऊंचाई से घने जंगलों पर लगातार नज़र रख रहे हैं। वहां कई इलाके ऐसे हैं जहां आतंकियों के छिपे होने की आशंका है लिहाज़ा सुरक्षाबल जंगल के हर इलाके को खंगाल रहे हैं। आसमान के साथ-साथ ज़मीन पर भी सेना ने अपने ऑपरेशन की तेज़ी को और बढ़ा दिया है। इसके लिए खोजी कुत्तों की भी मदद ली जा रही है। रिहायशी इलाकों के साथ ही उन इलाकों की भी तलाशी ली जा रही है जो एकदम सुनसान हैं। इसके साथ ही सुरक्षा व्यवस्था को भी वहां और कड़ा कर दिया गया। चप्पे-चप्पे पर सुरक्षाबल की गाड़ियां और जवान तैनात दिखे। आने-जाने वाले लोगों की भी कड़ी तलाशी ली जा रही है। सड़क से गुज़रने वाली हर गाड़ी की जांच की जा रही है। वहीं शक के आधार पर घरों में भी तलाशी अभियान जारी है।
Taal Thok ke: जम्मू-कश्मीर के राजौरी में 4 जवानों की शहादत पर पूरा देश दुखी है। शहीद जवानों के पार्थिव शरीर आज उनके गांव पहुंच गए। कानपुर में शहीद करण यादव को अंतिम विदाई देने भारी हुजूम जमा हुआ। बाक़ी तीन जवानों में दो उत्तराखंड के और एक बिहार के नवादा के हैं। हमले की ज़िम्मेदारी पीपुल्स एंटी-फ़ासिस्ट फ़्रंट ने ली है, जो पाकिस्तान से चल रहे जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा की ही एक मिली-जुली दुकान है। राजौरी के जंगलों में आज सेना के सर्च ऑपरेशन का छठा दिन है। हेलिकॉप्टर और ड्रोन भी लगे हुए हैं। कल रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह पहुंचने वाले हैं। उनसे पहले आज आर्मी चीफ़ जनरल मनोज पांडेय पहुंचे। राजौरी और पुंछ के ये दौरे नई रणनीति के लिहाज़ से अहम हैं। देखने में आ रहा है कि 370 हटने के बाद से पाकिस्तान के पाले हुए आतंकी कश्मीर से भागकर जम्मू के जंगलों में शिफ्ट हुए हैं। बीते कुछ हमले भी बताते हैं कि आतंकी अब जम्मू को टेरर ग्राउंड बना रहे हैं। एक हमला वो था जो आतंकियों ने जवानों पर किया। दूसरा हमला वो है जो विपक्ष अब सरकार पर कर रहा है। हमले का मजमून ये है कि आप तो बड़ी बातें करते थे कि 370 हटने के बाद ये बदल गया, वो बदल गया तो ये क्या है? फ़ारूक अब्दुल्ला आज बोले कि एक भी टूरिस्ट को गोली लगी तो सारा का सारा टूरिज़्म धरा रह जाएगा। इससे पहले बोले थे कि ये पत्थरबाज़ी बंद नहीं हुई है, सिर्फ़ बंदूकों की वजह से रुकी हुई है। बीजेपी के साथ-साथ गुलाम नबी आज़ाद जैसे नेताओं का भी कहना है कि ये वक्त सियासत करने का नहीं है। तो आंकड़ों से जानेंगे कि कश्मीर में UPA के 10 साल में आतंकवाद का ग्राफ़ कितना था और मोदी सरकार के साढ़े नौ साल में कितना है? कश्मीर में आखिरी आतंकी पर आखिरी गोली चलने में कितना वक्त है? ये भी जानेंगे कि कश्मीर में इतना कुछ करके भी कहां कसर बाक़ी रह गई है?
Taal Thok ke: जम्मू-कश्मीर के राजौरी में 4 जवानों की शहादत पर पूरा देश दुखी है। शहीद जवानों के पार्थिव शरीर आज उनके गांव पहुंच गए। कानपुर में शहीद करण यादव को अंतिम विदाई देने भारी हुजूम जमा हुआ। बाक़ी तीन जवानों में दो उत्तराखंड के और एक बिहार के नवादा के हैं। हमले की ज़िम्मेदारी पीपुल्स एंटी-फ़ासिस्ट फ़्रंट ने ली है, जो पाकिस्तान से चल रहे जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा की ही एक मिली-जुली दुकान है। राजौरी के जंगलों में आज सेना के सर्च ऑपरेशन का छठा दिन है। हेलिकॉप्टर और ड्रोन भी लगे हुए हैं। कल रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह पहुंचने वाले हैं। उनसे पहले आज आर्मी चीफ़ जनरल मनोज पांडेय पहुंचे। राजौरी और पुंछ के ये दौरे नई रणनीति के लिहाज़ से अहम हैं। देखने में आ रहा है कि 370 हटने के बाद से पाकिस्तान के पाले हुए आतंकी कश्मीर से भागकर जम्मू के जंगलों में शिफ्ट हुए हैं। बीते कुछ हमले भी बताते हैं कि आतंकी अब जम्मू को टेरर ग्राउंड बना रहे हैं। एक हमला वो था जो आतंकियों ने जवानों पर किया। दूसरा हमला वो है जो विपक्ष अब सरकार पर कर रहा है। हमले का मजमून ये है कि आप तो बड़ी बातें करते थे कि 370 हटने के बाद ये बदल गया, वो बदल गया तो ये क्या है? फ़ारूक अब्दुल्ला आज बोले कि एक भी टूरिस्ट को गोली लगी तो सारा का सारा टूरिज़्म धरा रह जाएगा। इससे पहले बोले थे कि ये पत्थरबाज़ी बंद नहीं हुई है, सिर्फ़ बंदूकों की वजह से रुकी हुई है। बीजेपी के साथ-साथ गुलाम नबी आज़ाद जैसे नेताओं का भी कहना है कि ये वक्त सियासत करने का नहीं है। तो आंकड़ों से जानेंगे कि कश्मीर में UPA के 10 साल में आतंकवाद का ग्राफ़ कितना था और मोदी सरकार के साढ़े नौ साल में कितना है? कश्मीर में आखिरी आतंकी पर आखिरी गोली चलने में कितना वक्त है? ये भी जानेंगे कि कश्मीर में इतना कुछ करके भी कहां कसर बाक़ी रह गई है?
ड्रोन, हेलीकॉप्टर और स्निफर डॉग की मदद से तलाशी अभियान को तेज़ किया गया है. आज सर्च ऑपरेशन का छठा दिन है. राजौरी में सेना ने आतंकवादियों को घेर लिया है.
तमिलनाडु सरकार में मंत्री और स्टालिन के बेटे उदयन स्टालिन ने कहा कि कुछ व्यवस्था ऐसी होती है जिसका ना होना ही अच्छा माना जाता है. सनातन धर्म उनमें से एक है. सनातन धर्म, डेंगू और मलेरिया की तरह है जिसका खत्म होना जरूरी है. उदयनिधि की टिप्पणी के संबंध में राजनाथ सिंह ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा विपक्षी गठबंधन की हार निश्चित है, DMK ने सनातन धर्म को ठेस पहुंचाई है, कांग्रेस चुप है, उसके नेता यह क्यों नहीं बताते कि सनातन धर्म के बारे में उनकी सोच क्या है.
जैसे जैसे 5 अगस्त नज़दीक आ रहा है कश्मीर पर पाकिस्तान का पेट दर्द बढ़ता जा रहा है...अमेरिका ने भी पाकिस्तान को भारत से सीधे वार्ता करने की कोशिश करते रहने की नसीहत दे दी है इसके बाद पाकिस्तान इस दर्द से बेहाल है कि अब अमेरिका भी भारत की भाषा बोलने लगा है..पाकिस्तानी एक्सपर्ट को लगता है भारत के पीएम मोदी अब कश्मीर पर बात नहीं करेंगे..और क्यों वो अपने हुक्मरानों के बार बार भारत के सामने वार्ता के लिए गिड़गिड़ाने को फिजूल बता रहे हैं देखिए ये रिपोर्ट.