Shashi Tharoor on BJP over Ram: कांग्रेस नेता शशि थरूर ने बीजेपी के दक्षिण मिशन को फ्लॉप बताया है। इसके साथ ही उन्होंने हिंदुत्व के प्रचार पर भी बड़ा बयान दिया है। थरूर ने भारत जैसे बहुलतावादी समाज के लिए हिंदुत्व के विचार को खतरनाक बताया है।
Ayodhya Ram Mandir Pran Pratishtha: सोशल मीडिया पर प्राण प्रतिष्ठा के दिन एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है. वीडियो में रामायण के राम अरुण गोविल जी को एयरपोर्ट पर देखकर एक मुस्लिम परिवार खुशी से उत्सुक हो गया और उनके साथ खड़े होकर फोटो खिंचवाने लगा. ये वीडियो वायरल हुआ तो देख सोशल मीडिया पर सभी ने इसकी तारीफ की. आप भी देखिए ये अद्भुत वीडियो.
गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने वाले मूर्तिकार नवरत्न प्रजापति ने भगवान राम की ऐसी मूर्ति बनाई है, जिसे देखकर हर कोई हैरान रह गया है. दरअसल नवरत्न ने इस मूर्ति को पेंसिल के ऊपर बनाया है. 22 जनवरी को अयोध्या के राम मंदिर में होने वाली प्राण प्रतिष्ठा को लेकर देशभर में उत्साह नजर आ रहा है, आप भी देखें ये वीडियो...
Top 25 News: रामलला की प्रतिमा की एक और तस्वीर सामने आई है. मूर्ति में रामलला संपूर्ण श्रृंगार और मनमोहनी मुस्कान रूप में मूर्ति दिखाई दे रही है. आगे देखें 25 बड़ी खबरें फटाफट अंदाज़ में.
Ram Mandir Pran Pratishtha: आज सीएम योगी आदित्यनाथ अयोध्या जाएंगे. प्राण प्रतिष्ठा की तैयारियों का जायजा लेंगे. इसके साथ अधिकारियों के साथ करेंगे समीक्षा बैठक भी करेंगे.
किशनगंज के रामभक्त देबू दास की प्रतिज्ञा पूरी हो गई है, अयोध्या में प्रभु श्रीराम जी के दर्शन के बाद अपने पैरों चप्पल धारण करेंगे. अयोध्या में राममंदिर निर्माण के लिए 23 वर्ष पूर्व नंगे पांव चलने का प्रण लिया था, देखिए ये वीडियो...
उत्तर प्रदेश के अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण पूरा ही होने वाला है. 22 जनवरी, 2024 को अयोध्या मंदिर में भगवान राम की मू्र्ति की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी. इस कार्यकर्म में कई बड़ी हस्तियों को निमंत्रण भेजा गया है, ऐसे में तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) की एक स्टेटमेंट ने सोशल मीडिया का पारा हाई कर दिया है. देखें ये वीडियो...
करोड़ों भारतीय का सपना राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा की शक्ल में आकार ले रहा है. इसके साथ राजनीति भी उतनी ही तेजी से आकार ले रही है. राम मंदिर में जितनी तेजी से काम हो रहा है उससे भी कहीं तेजी से सियासत हो रही है. प्रधानमंत्री मोदी के अयोध्या दौरे के बाद इसमें और तेजी आई है. विपक्ष की तरफ से उद्धव शिवसेना के नेता संजय राउत कह रहे हैं कि अब जब तक 2024 के चुनाव नहीं हो जाते. बीजेपी अयोध्या से ही सरकार चलाएगी. वहीं पर अपना पीएमओ बना देगी. उन्होंने आरोप लगाया कि कभी पुलवामा तो कभी राम. बीजेपी इसी पर सियासी संग्राम लड़ने की तैयारी कर रही है. उन्होने दावा किया कि शिवसैनिक भी रामभक्ति में किसी से कम नहीं हैं. उन्होने भी राम मंदिर के लिए कुर्बानी दी है. कांग्रेस कह रही है कि बीजेपी ने राममंदिर में प्राण प्रतिष्ठा का राजनीतिकरण कर दिया है और इस पर जमकर सियासत कर रही है. 22 जनवरी को अयोध्या में न्योते को लेकर भी सियासत प्रचंड मोड़ पर है. उद्धव ठाकरे कह रहे हैं कि वो किसी न्योते के मोहताज नहीं है और जब मन होगा जाएंगे. उनकी ये भाषा अखिलेश यादव के बयान से मेल खाती है. वहीं कांग्रेस नेता उदितराज कह रहे हैं. राम मंदिर पर बीजेपी ऐसे निमंत्रण बांट रही है जैसे घर की शादी का निमंत्रण बांटा जा रहा हो. क्या बीजेपी ने राम मंदिर की रजिस्ट्री करा ली है. आरजेड़ी सलाह दे रही है कि प्रधानमंत्री को कभी मौका मिले तो श्रीराम से अकेले में मिलें. श्रीराम भी पीएम से रोजगार और महंगाई पर सवाल पूछेंगे. वार हुए तो पलटवार भी हुआ. केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि राम मंदिर बीजेपी के लिए राजनीतिक नहीं बल्कि सांस्कृतिक मुद्दा है. गिरिराज सिंह कह रहे हैं कोई आए या न आए प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम तो होकर रहेगा. गिरिराज सिंह ने कहा कि वो लोग आज शोर कर रहे हैं जो कभी राम लला के दर्शन के लिए नहीं गए. कुल मिलाकर राम मंदिर का मुद्दा आस्था के साथ साथ सियासत के मैदान में भी चरम पर है. सवाल है कि आखिर राम किसके लिए राजनीतिक हथियार हैं.
करोड़ों भारतीय का सपना राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा की शक्ल में आकार ले रहा है. इसके साथ राजनीति भी उतनी ही तेजी से आकार ले रही है. राम मंदिर में जितनी तेजी से काम हो रहा है उससे भी कहीं तेजी से सियासत हो रही है. प्रधानमंत्री मोदी के अयोध्या दौरे के बाद इसमें और तेजी आई है. विपक्ष की तरफ से उद्धव शिवसेना के नेता संजय राउत कह रहे हैं कि अब जब तक 2024 के चुनाव नहीं हो जाते. बीजेपी अयोध्या से ही सरकार चलाएगी. वहीं पर अपना पीएमओ बना देगी. उन्होंने आरोप लगाया कि कभी पुलवामा तो कभी राम. बीजेपी इसी पर सियासी संग्राम लड़ने की तैयारी कर रही है. उन्होने दावा किया कि शिवसैनिक भी रामभक्ति में किसी से कम नहीं हैं. उन्होने भी राम मंदिर के लिए कुर्बानी दी है. कांग्रेस कह रही है कि बीजेपी ने राममंदिर में प्राण प्रतिष्ठा का राजनीतिकरण कर दिया है और इस पर जमकर सियासत कर रही है. 22 जनवरी को अयोध्या में न्योते को लेकर भी सियासत प्रचंड मोड़ पर है. उद्धव ठाकरे कह रहे हैं कि वो किसी न्योते के मोहताज नहीं है और जब मन होगा जाएंगे. उनकी ये भाषा अखिलेश यादव के बयान से मेल खाती है. वहीं कांग्रेस नेता उदितराज कह रहे हैं. राम मंदिर पर बीजेपी ऐसे निमंत्रण बांट रही है जैसे घर की शादी का निमंत्रण बांटा जा रहा हो. क्या बीजेपी ने राम मंदिर की रजिस्ट्री करा ली है. आरजेड़ी सलाह दे रही है कि प्रधानमंत्री को कभी मौका मिले तो श्रीराम से अकेले में मिलें. श्रीराम भी पीएम से रोजगार और महंगाई पर सवाल पूछेंगे. वार हुए तो पलटवार भी हुआ. केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि राम मंदिर बीजेपी के लिए राजनीतिक नहीं बल्कि सांस्कृतिक मुद्दा है. गिरिराज सिंह कह रहे हैं कोई आए या न आए प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम तो होकर रहेगा. गिरिराज सिंह ने कहा कि वो लोग आज शोर कर रहे हैं जो कभी राम लला के दर्शन के लिए नहीं गए. कुल मिलाकर राम मंदिर का मुद्दा आस्था के साथ साथ सियासत के मैदान में भी चरम पर है. सवाल है कि आखिर राम किसके लिए राजनीतिक हथियार हैं.
बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने रामचरितमानस को लेकर अभद्र टिप्पणी की और कहा कि, 'रामचरितमानस से समाज में नफरत है.' अब इस बयान को लेकर चंद्रशेखर ने सफाई दी है और कहा कि, 'मैंने कुछ गलत नहीं कहा।'