आज हम दिखायेंगे कि जब किसी भ्रष्ट नेता को सत्ता का संरक्षण हासिल होता है, तब वो नेता कैसे बेलगाम हो जाता है। और खुद को किसी अंडरवर्ल्ड डॉन की तरह समझने लगता है। लेकिन जब कानून अपना काम करता है तब ऐसे भ्रष्ट नेताओं की अकड़ ढीली पड़ जाती है और आंसू टपकने लगते हैं। संदेशखाली के लोगों में शाहजहां शेख का क्या खौफ हुआ करता था, ये खुद वहां के लोगों ने बताया है। लेकिन संदेशखाली का डॉन शाहजहां शेख अब फूट-फूटकर रो रहा है। CBI की कस्टडी में शाहजहां शेख के आंसू निकल रहे हैं। क्या ये आंसू पश्चाताप के हैं..या फिर शाहजहां के आंसुओं के पीछे कानून का डर है। आज इसका विश्लेषण करेंगे।
पश्चिम बंगाल में हुए संदेशखाली मामले के मुख्य आरोपी और पूर्व टीएमसी नेता शाहजहां शेख का एक वीडियो सामने आया है। इस वीडियो में शाहजहां शेख रोते हुए दिखाई दे रहा है। शाहजहां शेख पर महिलाओं के यौन उत्पीड़न और राशन घोटाले में शामिल होंगे के संगीन आरोप हैं। देखें एक्सक्लूसिव वीडियो।
Sandeshkhali: बारासात की रैली में प्रधानमंत्री के मंच पर और भीड़ में महिलाएं ही महिलाएं थीं। संदेशखाली की TMC नेता शाहजहां से पीड़ित महिलाएं भी प्रधानमंत्री से मिलने पहुंची थीं। मोदी ने फिर संदेशखाली को लेकर निशाना साधा और कहा कि ममता दीदी को महिलाओं की नहीं शाहजहां को बचाने की फिक्र है। प्रधानमंत्री का हमला शाहजहां को बचाने के लिये ममता सरकार की हाईकोर्ट से सुप्रीम कोर्ट तक की भाग-दौड़ पर था. दोनों अदालतों से ममता को झटका लगा है। और शाहजहां को हिरासत में लेने के लिये CBI की टीम कोलकाता में है।
शाहजहां शेख पर हाई कोर्ट के आदेश के बाद ममता बनर्जी सुप्रीम कोर्ट पहुंच गई हैं. हाई कोर्ट से ममता को बड़ा झटका लगा था. संदेशखाली के मामले में न्याजत और बनगांव पुलिस स्टेशन के 3 मामले में कोलकाता हाई कोर्ट का CBI जांच का आदेश दिया था.
Shahjahan Sheikh: हाई कोर्ट से ममता को बड़ा झटका मिला. संदेशखाली के मामले में न्याजत और बनगांव पुलिस स्टेशन के 3 मामले में कोलकाता हाई कोर्ट का जांच CBI करेगी। शाहजहां शेख को CBI को सौंपने का आदेश दिया है। आज शाम साढ़े 4 बजे तक शाहजहां शेख और उनसे जुड़ा दस्तावेज CBI को देने का निर्देश ED अधिकारियों के ऊपर हमले की घटना के जांच के लिए बनाया गया SIT खारिज।
Loksabha Election 2024: केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक के बाद BJP की पहली लिस्ट तैयार हो चुकी है. वहीं सूत्रों के मुताबिक खबर है कि 100 से ज़्यादा नामों का ऐलान हो सकता है. साथ ही जानकारी ये भी है कि कई मंत्रियों के टिकट भी कट सकते हैं.
Taal Thok Ke: जो लोग ममता बनर्जी और बंगाल की राजनीति को जानते हैं, वो सिंगूर और नंदीग्राम का किस्सा भी जानते ही होंगे। भूमि अधिग्रहण के खिलाफ़ ममता के ये वो 2 मूवमेंट थे, जिसके दम पर उन्होंने बंगाल में 34 साल का लेफ्ट का शासन उखाड़ फेंका था और ऐसा फेंका कि आजतक बंगाल में पैर जमाए हुए हैं। लेकिन संदेशखाली से ममता की सिंगूर और नंदीग्राम वाली ज़मीन क्या अब खिसकने जा रही है? यही डिबेट है आज की, कि संदेशखाली का मामला क्या 24 में बंगाल की 42 सीटों पर बीजेपी के लिये बूस्टर का काम करेगा? संदेशखाली में हिन्दू महिलाओं के उत्पीड़न और ज़मीन पर अवैध कब्ज़ों का आरोपी शाहजहां शेख 55 दिन बाद गिरफ्तार हुआ और अब पुलिस की कस्टडी में है। TMC ने उसे पार्टी से निकालने में 55 दिन लिये। लेकिन शाहजहां शेख की हरकतें TMC से छूट नहीं रही हैं, बल्कि चिपक गई हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने आज बंगाल पहुंचते ही आरामबाग की रैली में शाहजहां शेख पर ही ममता सरकार की ख़बर ली। प्रधानमंत्री ने पब्लिक से ही पूछ लिया कि शाहजहां शेख की हरकत, और उसे बचाने की कोशिश पर लोग ममता सरकार को माफ़ करेंगे? क्या मां-बहनों पर चोट का जवाब वोट से नहीं देंगे? प्रधानमंत्री ने संदेशखाली पर मूकदर्शक बने रहने पर INDIA अलायंस को भी लपेटा और उसे गांधी जी के तीन बंदरों जैसा बताया। इसके बाद भ्रष्टाचार और परिवारवाद को लेकर भी ममता और दूसरे विपक्षी नेताओं पर अटैक किये। ममता कह चुकी हैं कि संदेशखाली को सिंगूर और नंदीग्राम से कंपेयर नहीं किया जा सकता, जो ये कर रहे हैं उनकी मंशा कुछ और है। सीधे कहा कि बीजेपी संदेशखाली से वोट तलाश रही है। 2009 के बाद बंगाल में बीजेपी तेज़ी से उठी है। 2014 में 2 सीटों से 2019 में सीधे 18 सीटों पर पहुंच गई थी। हांलाकि 2021 के विधानसभा चुनाव में ममता फिर सरकार बना ले गईं, लेकिन बीजेपी का वोट और सीटें तब भी बढ़ी थीं। बड़ा सवाल है इस बार क्या होगा? 10 साल में मोदी बंगाल के 32 दौरे कर चुके हैं। हज़ारों करोड़ के प्रोजेक्ट दे चुके हैं, आज भी दिये हैं। और अब तो उनके पास देने को 400 पार के नारे के साथ मोदी गारंटी और संदेशखाली जैसे मुद्दे भी हैं।
Taal Thok Ke: जो लोग ममता बनर्जी और बंगाल की राजनीति को जानते हैं, वो सिंगूर और नंदीग्राम का किस्सा भी जानते ही होंगे। भूमि अधिग्रहण के खिलाफ़ ममता के ये वो 2 मूवमेंट थे, जिसके दम पर उन्होंने बंगाल में 34 साल का लेफ्ट का शासन उखाड़ फेंका था और ऐसा फेंका कि आजतक बंगाल में पैर जमाए हुए हैं। लेकिन संदेशखाली से ममता की सिंगूर और नंदीग्राम वाली ज़मीन क्या अब खिसकने जा रही है? यही डिबेट है आज की, कि संदेशखाली का मामला क्या 24 में बंगाल की 42 सीटों पर बीजेपी के लिये बूस्टर का काम करेगा? संदेशखाली में हिन्दू महिलाओं के उत्पीड़न और ज़मीन पर अवैध कब्ज़ों का आरोपी शाहजहां शेख 55 दिन बाद गिरफ्तार हुआ और अब पुलिस की कस्टडी में है। TMC ने उसे पार्टी से निकालने में 55 दिन लिये। लेकिन शाहजहां शेख की हरकतें TMC से छूट नहीं रही हैं, बल्कि चिपक गई हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने आज बंगाल पहुंचते ही आरामबाग की रैली में शाहजहां शेख पर ही ममता सरकार की ख़बर ली। प्रधानमंत्री ने पब्लिक से ही पूछ लिया कि शाहजहां शेख की हरकत, और उसे बचाने की कोशिश पर लोग ममता सरकार को माफ़ करेंगे? क्या मां-बहनों पर चोट का जवाब वोट से नहीं देंगे? प्रधानमंत्री ने संदेशखाली पर मूकदर्शक बने रहने पर INDIA अलायंस को भी लपेटा और उसे गांधी जी के तीन बंदरों जैसा बताया। इसके बाद भ्रष्टाचार और परिवारवाद को लेकर भी ममता और दूसरे विपक्षी नेताओं पर अटैक किये। ममता कह चुकी हैं कि संदेशखाली को सिंगूर और नंदीग्राम से कंपेयर नहीं किया जा सकता, जो ये कर रहे हैं उनकी मंशा कुछ और है। सीधे कहा कि बीजेपी संदेशखाली से वोट तलाश रही है। 2009 के बाद बंगाल में बीजेपी तेज़ी से उठी है। 2014 में 2 सीटों से 2019 में सीधे 18 सीटों पर पहुंच गई थी। हांलाकि 2021 के विधानसभा चुनाव में ममता फिर सरकार बना ले गईं, लेकिन बीजेपी का वोट और सीटें तब भी बढ़ी थीं। बड़ा सवाल है इस बार क्या होगा? 10 साल में मोदी बंगाल के 32 दौरे कर चुके हैं। हज़ारों करोड़ के प्रोजेक्ट दे चुके हैं, आज भी दिये हैं। और अब तो उनके पास देने को 400 पार के नारे के साथ मोदी गारंटी और संदेशखाली जैसे मुद्दे भी हैं।
Shahjahan Sheikh Update: TMC से निलंबित नेता और संदेशखाली मामले के आरोपी शाहजहां शेख पर शिंकजा कसता जा रहा है। शाहजहां को गुरुवार को गिरफ्तार किया गया था। उसके बाद उसे कोर्ट में पेश किया गया, जहां उसे 10 दिन की पुलिस रिमांड में भेज दिया गया। हालांकि इस दौरान पुलिस ने कोर्ट से 14 दिन की रिमांड मांगी थी, लेकिन उन्हें केवल 10 दिन की ही रिमांड मिली है और शाहजहां शेख की रिमांड का आज दूसरा दिन है। माना जा रहा है कि शाहजहां शेख पूछताछ में कई अहम खुलासे कर सकता है। लेकिन इसके साथ ही ये भी सवाल उठ रहा है कि शाहजहां शेख का कल जो बॉड़ी लैंग्वेज था। आखिर उसके पीछ क्या सरकार का साथ है। अगर ऐसा है तो ये बड़ा ही गंभीर सवाल है।
संदेशखाली हिंसा के आरोपी शाहजहां शेख को गिरफ्तार करने में बंगाल पुलिस को 55 दिन का समय लग गया। बुधवार की रात पश्चिम बंगाल पुलिस ने शाहजहां शेख को संदेशखाली से सिर्फ 30 किमी दूर मीनाखान इलाके से गिरफ्तार किया।