DNA: लोकतंत्र की पुरानी परंपरा रही है कि विपक्ष, सरकार की ओर से लाए जाने वाले नियम कानूनों पर संसद में वाद विवाद करे। लेकिन समय के साथ वाद विवाद का रूप बदलकर...सदन में नारेबाजी...हो हल्ला और प्ले कार्ड दिखाने तक पहुंच चुका है। यही वजह है कि संसद में काम कम...हंगामा ज्यादा होता है। हंगामे की वजह से कामकाज पर प्रभाव पड़ता है। जनता के हित में लाए जाने वाले कई बिल और चर्चाएं बाधित होती हैं। अगर इस वर्ष के कामकाज की बात करें तो इसी वर्ष संसद के बजट सत्र में 28.5 प्रतिशत, मॉनसून सत्र में उन्चास प्रतिशत और शीतकालीन सत्र में अठहत्तर प्रतिशत कामकाज हुआ है। देखा जाए तो इस वर्ष सबसे ज्यादा कामकाज शीतकालीन सत्र में ही हुआ है जो कल खत्म हो गया था।
Parliament Winter Session 2023: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज लोकसभा पहुंचे। वहीं जैसे ही मोदी की लोकसभा में एंट्री हुई तभी संसद में जय श्रीराम के नारे लगने शुरू हो गए। पीएम मोदी के लोकसभा में पहुंचते ही लोकसभा में केंद्रीय युवा और खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि माननीय अध्यक्ष जी में जिम्मेदारी के साथ कह सकता हूं कि अगर अभिव्यक्ति की आजादी फ्रीडम ऑफ प्रेस 75 साल में सबसे ज्यादा है तो वो मोदी सरकार में सबसे ज्यादा है।
MPs Suspended News: संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान संसद में विपक्ष का ज़ोरदार हंगामा देखने को मिला था जिसके बाद एक्शन लेते हुए कई विपक्षी सांसदों को सस्पेंड कर दिया गया। अब तक करीब 143 सांसदों को निलंबित कर दिया गया है। निलंबन के विरोध में संसद से विजय चौक तक आज विपक्ष मार्च निकालेगा।
Sonia Gandhi on MPs Suspension: कांग्रेस संसदीय दल की बैठक में सोनिया गांधी का बड़ा बयान सामने आया है. बयान में सोनिया गांधी ने कहा इस सरकार के दौरान लोकतंत्र का गला घोंट दिया गया है. ऐसा आजतक कभी नहीं हुआ देश में। जब एक सही माँग को उठाने के लिए इतने विपक्षी सांसदों के ख़िलाफ़ करवाई की गई हो.
MP Suspended From Parliament: संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान ज़ोरदार हंगामे के बीच सांसदों के खिलाफ तगड़ा एक्शन लिया गया है। इसके चलते मंगलवार को 49 और सांसदों को निलंबित किया गया और अब तक कुल 141 सांसदों का निलंबन हो चुका है। सांसदों के निलंबन पर सुप्रिया सुले का बड़ा बयान सामने आया है.
संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान सांसदों का निलंबन जारी है। मंगलवार को करीब 49 और विपक्षी सांसदों को निलंबित किया गया जिसमें डिंपल यादव समेत कई विपक्षी सांसद शामिल थे। अब तक कुल 141 सांसदों का निलंबन हो चुका है। इस रिपोर्ट में देखें अब तक कौन-कौन निलंबित किया गया है।
आज लोकसभा से कुल 49 सांसदों को निलंबित कर दिया गया । इससे पहले 14 दिसंबर को लोकसभा और राज्यसभा से 14 सांसदों को निलंबित किया गया था । और फिर आजाद भारत में पहली बार एक ही दिन में सोमवार को एक साथ अठहत्रर सांसदों को पूरे सत्र के लिए निलंबित कर दिया गया । इस तरह मौजूदा संसद सत्र में अबतक लोकसभा और राज्यसभा को मिलाकर कुल 141 सांसदों को Suspend किया जा चुका है जो कि एक Record है ।
संसद के मौजूदा सत्र में विपक्ष के रवैये को लेकर BJP संसदीय दल की बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जमकर बरसे। प्रधानमंत्री ने सदन में विपक्ष के रवैये को लोकतंत्र की आड़ में अराजक जैसा बताकर खूब खरी-खोटी सुनाई। BJP संसदीय दल की इस साल की अंतिम बैठक में PM मोदी ने संसद की सुरक्षा में सेंधमारी जैसे गंभीर मुद्दे पर विपक्ष के कुछ दलों के रुख़ को आरोपियों का समर्थन बताया. जाहिर है, PM के निशाने पर राहुल गांधी भी रहे, जिन्होंने संसद पर हमले की वजह बेरोजगारी को बताया था।
संसद की कार्यवाही पर एक मिनट का खर्च ढाई लाख रुपये आता है और एक घंटे का ये खर्च होता है डेढ़ करोड़ रुपये। एक घंटे का लंच टाइम हटा दें तो संसद रोज़ 6 घंटे चलती है। इस हिसाब से शोर-शराबे में अगर 6 घंटे बर्बाद हुए तो कुल जमा बर्बादी हुई एक दिन में 9 करोड़ रुपये की। वो रुपये, जो असल में टैक्सपेयर्स के होते हैं। अब आते हैं बहस पर कि इस व्यवस्था का मज़ाक कौन उड़ा रहा है। संसद की सुरक्षा में सेंधमारी से शुरू हुए हंगामे में अब विपक्षी सांसदों के निलंबन का हंगामा मिक्स हो गया है। पहले हंगामा इस पर था कि सुरक्षा में सेंध को लेकर प्रधानमंत्री और गृहमंत्री बयान क्यों नहीं दे रहे? फिर इसमें ये जुड़ा कि जो विपक्षी सांसद ये मांग कर रहे हैं उन्हें सस्पेंड क्यों किया जा रहा है? कल तक निलंबित सांसदों की संख्या 92 थी। आज हंगामा हुआ तो लोकसभा स्पीकर ने 49 और विपक्षी सांसद सस्पेंड कर दिये। यानी कुल मिलाकर 141 विपक्षी सांसद अब तक सस्पेंड हो चुके हैं। सस्पेंशन का रिकॉर्ड है ये। लोकसभा में विपक्ष के 143 सांसद हैं, बाक़ी 3 दिन के लिये 48 ही सदन में बचे हैं। ऐसे ही राज्यसभा में विपक्ष के 96 सांसद हैं, अब 46 ही बचे हैं। इतने सस्पेंशन के बाद संसद आज भी चली। कई बिल पास हुए। वहीं निलंबित सांसदों ने संसद के बाहर हंगामा किया। TMC के एक सांसद कल्याण बनर्जी ने तो राज्यसभा के सभापति यानी उपराष्ट्रपति की नकल भी उतारी। कल्याण बनर्जी जब मिमिक्री कर रहे थे तो राहुल गांधी उनका वीडियो बना रहे थे। संसदीय परंपरा से हटकर कुछ मनोरंजन चल रहा था। लेकिन उपराष्ट्रपति ने इसे बेहद खराब बताया। संक्षेप में इतना कहा कि- गिरने की भी कोई सीमा होती है। और आज इस हंगामे पर प्रधानमंत्री भी बोले। बीजेपी संसदीय दल की बैठक में प्रधानमंत्री मोदी ने इस हंगामे की विपक्ष की कुंठा करार दिया। उन्होंने कहा कि ऐसा लगता है जैसे विपक्ष संसद में सेंध लगाने वालों को समर्थन दे रहा है। प्रधानमंत्री ने कहा कि विपक्ष का बर्ताव ऐसा है मानों वो हमेशा विपक्ष में ही रहना चाहता है। अगर ऐसा ही तो ठीक है, संसद में जो सीटें खाली दिख रही हैं, 24 में वो भी बीजेपी सांसदों से भर जाएंगी। उन्हें पार्टी सांसदों को कहा कि जब जनता के बीच जाएं तो विपक्ष के ये कारनामे भी बताएं, एक्सपोज़ करें। जबकि विपक्ष का आरोप है कि संसदीय परंपरा और लोकतंत्र की मज़ाक तो बीजेपी उड़ा रही है। यहीं से बहस को आगे ले जाएंगे.
संसद की कार्यवाही पर एक मिनट का खर्च ढाई लाख रुपये आता है और एक घंटे का ये खर्च होता है डेढ़ करोड़ रुपये। एक घंटे का लंच टाइम हटा दें तो संसद रोज़ 6 घंटे चलती है। इस हिसाब से शोर-शराबे में अगर 6 घंटे बर्बाद हुए तो कुल जमा बर्बादी हुई एक दिन में 9 करोड़ रुपये की। वो रुपये, जो असल में टैक्सपेयर्स के होते हैं। अब आते हैं बहस पर कि इस व्यवस्था का मज़ाक कौन उड़ा रहा है। संसद की सुरक्षा में सेंधमारी से शुरू हुए हंगामे में अब विपक्षी सांसदों के निलंबन का हंगामा मिक्स हो गया है। पहले हंगामा इस पर था कि सुरक्षा में सेंध को लेकर प्रधानमंत्री और गृहमंत्री बयान क्यों नहीं दे रहे? फिर इसमें ये जुड़ा कि जो विपक्षी सांसद ये मांग कर रहे हैं उन्हें सस्पेंड क्यों किया जा रहा है? कल तक निलंबित सांसदों की संख्या 92 थी। आज हंगामा हुआ तो लोकसभा स्पीकर ने 49 और विपक्षी सांसद सस्पेंड कर दिये। यानी कुल मिलाकर 141 विपक्षी सांसद अब तक सस्पेंड हो चुके हैं। सस्पेंशन का रिकॉर्ड है ये। लोकसभा में विपक्ष के 143 सांसद हैं, बाक़ी 3 दिन के लिये 48 ही सदन में बचे हैं। ऐसे ही राज्यसभा में विपक्ष के 96 सांसद हैं, अब 46 ही बचे हैं। इतने सस्पेंशन के बाद संसद आज भी चली। कई बिल पास हुए। वहीं निलंबित सांसदों ने संसद के बाहर हंगामा किया। TMC के एक सांसद कल्याण बनर्जी ने तो राज्यसभा के सभापति यानी उपराष्ट्रपति की नकल भी उतारी। कल्याण बनर्जी जब मिमिक्री कर रहे थे तो राहुल गांधी उनका वीडियो बना रहे थे। संसदीय परंपरा से हटकर कुछ मनोरंजन चल रहा था। लेकिन उपराष्ट्रपति ने इसे बेहद खराब बताया। संक्षेप में इतना कहा कि- गिरने की भी कोई सीमा होती है। और आज इस हंगामे पर प्रधानमंत्री भी बोले। बीजेपी संसदीय दल की बैठक में प्रधानमंत्री मोदी ने इस हंगामे की विपक्ष की कुंठा करार दिया। उन्होंने कहा कि ऐसा लगता है जैसे विपक्ष संसद में सेंध लगाने वालों को समर्थन दे रहा है। प्रधानमंत्री ने कहा कि विपक्ष का बर्ताव ऐसा है मानों वो हमेशा विपक्ष में ही रहना चाहता है। अगर ऐसा ही तो ठीक है, संसद में जो सीटें खाली दिख रही हैं, 24 में वो भी बीजेपी सांसदों से भर जाएंगी। उन्हें पार्टी सांसदों को कहा कि जब जनता के बीच जाएं तो विपक्ष के ये कारनामे भी बताएं, एक्सपोज़ करें। जबकि विपक्ष का आरोप है कि संसदीय परंपरा और लोकतंत्र की मज़ाक तो बीजेपी उड़ा रही है। यहीं से बहस को आगे ले जाएंगे.