संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान सांसदों का निलंबन जारी है। मंगलवार को करीब 49 और विपक्षी सांसदों को निलंबित किया गया जिसमें डिंपल यादव समेत कई विपक्षी सांसद शामिल थे। अब तक कुल 141 सांसदों का निलंबन हो चुका है। इस रिपोर्ट में देखें अब तक कौन-कौन निलंबित किया गया है।
आज लोकसभा से कुल 49 सांसदों को निलंबित कर दिया गया । इससे पहले 14 दिसंबर को लोकसभा और राज्यसभा से 14 सांसदों को निलंबित किया गया था । और फिर आजाद भारत में पहली बार एक ही दिन में सोमवार को एक साथ अठहत्रर सांसदों को पूरे सत्र के लिए निलंबित कर दिया गया । इस तरह मौजूदा संसद सत्र में अबतक लोकसभा और राज्यसभा को मिलाकर कुल 141 सांसदों को Suspend किया जा चुका है जो कि एक Record है ।
संसद के मौजूदा सत्र में विपक्ष के रवैये को लेकर BJP संसदीय दल की बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जमकर बरसे। प्रधानमंत्री ने सदन में विपक्ष के रवैये को लोकतंत्र की आड़ में अराजक जैसा बताकर खूब खरी-खोटी सुनाई। BJP संसदीय दल की इस साल की अंतिम बैठक में PM मोदी ने संसद की सुरक्षा में सेंधमारी जैसे गंभीर मुद्दे पर विपक्ष के कुछ दलों के रुख़ को आरोपियों का समर्थन बताया. जाहिर है, PM के निशाने पर राहुल गांधी भी रहे, जिन्होंने संसद पर हमले की वजह बेरोजगारी को बताया था।
बैठक में ममता बनर्जी ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को गठबंधन का संयोजक बनाने का प्रस्ताव रखा है...ये प्रस्ताव नीतीश कुमार के लिए झटके की बात है..क्योंकि नीतीश ही सबसे पहली बैठक में संयोजक थे. - बैठक में नीतीश कुमार को दूसरा झटका तब लगा जब ममता बनर्जी के प्रस्ताव से एक कदम आगे बढ़ते हुए अरविंद केजरीवाल ने मल्लिकार्जुन खरगे को प्रधानमंत्री उम्मीदवार के तौर पर पेश कर दिया.
I.N.D.I.A Alliance Delhi Meeting : PM Candidate -- दिल्ली के अशोका होटल में हो रही इंडिया गठबंधन की बैठक अब खत्म हो चुकी है. लालू यादव, तेजस्वी यादव, नीतीश कुमार, खरगे समेत कई बड़े नेता इस मीटिंग में मौजूद रहे. सूत्रों ने बताया कि इंडिया की बैठक में तीन मसलों पर बात हुई. इस बीच INDIA बैठक खत्म होते ही ममता का बड़ा झटका, रखी शर्त.
संसद की कार्यवाही पर एक मिनट का खर्च ढाई लाख रुपये आता है और एक घंटे का ये खर्च होता है डेढ़ करोड़ रुपये। एक घंटे का लंच टाइम हटा दें तो संसद रोज़ 6 घंटे चलती है। इस हिसाब से शोर-शराबे में अगर 6 घंटे बर्बाद हुए तो कुल जमा बर्बादी हुई एक दिन में 9 करोड़ रुपये की। वो रुपये, जो असल में टैक्सपेयर्स के होते हैं। अब आते हैं बहस पर कि इस व्यवस्था का मज़ाक कौन उड़ा रहा है। संसद की सुरक्षा में सेंधमारी से शुरू हुए हंगामे में अब विपक्षी सांसदों के निलंबन का हंगामा मिक्स हो गया है। पहले हंगामा इस पर था कि सुरक्षा में सेंध को लेकर प्रधानमंत्री और गृहमंत्री बयान क्यों नहीं दे रहे? फिर इसमें ये जुड़ा कि जो विपक्षी सांसद ये मांग कर रहे हैं उन्हें सस्पेंड क्यों किया जा रहा है? कल तक निलंबित सांसदों की संख्या 92 थी। आज हंगामा हुआ तो लोकसभा स्पीकर ने 49 और विपक्षी सांसद सस्पेंड कर दिये। यानी कुल मिलाकर 141 विपक्षी सांसद अब तक सस्पेंड हो चुके हैं। सस्पेंशन का रिकॉर्ड है ये। लोकसभा में विपक्ष के 143 सांसद हैं, बाक़ी 3 दिन के लिये 48 ही सदन में बचे हैं। ऐसे ही राज्यसभा में विपक्ष के 96 सांसद हैं, अब 46 ही बचे हैं। इतने सस्पेंशन के बाद संसद आज भी चली। कई बिल पास हुए। वहीं निलंबित सांसदों ने संसद के बाहर हंगामा किया। TMC के एक सांसद कल्याण बनर्जी ने तो राज्यसभा के सभापति यानी उपराष्ट्रपति की नकल भी उतारी। कल्याण बनर्जी जब मिमिक्री कर रहे थे तो राहुल गांधी उनका वीडियो बना रहे थे। संसदीय परंपरा से हटकर कुछ मनोरंजन चल रहा था। लेकिन उपराष्ट्रपति ने इसे बेहद खराब बताया। संक्षेप में इतना कहा कि- गिरने की भी कोई सीमा होती है। और आज इस हंगामे पर प्रधानमंत्री भी बोले। बीजेपी संसदीय दल की बैठक में प्रधानमंत्री मोदी ने इस हंगामे की विपक्ष की कुंठा करार दिया। उन्होंने कहा कि ऐसा लगता है जैसे विपक्ष संसद में सेंध लगाने वालों को समर्थन दे रहा है। प्रधानमंत्री ने कहा कि विपक्ष का बर्ताव ऐसा है मानों वो हमेशा विपक्ष में ही रहना चाहता है। अगर ऐसा ही तो ठीक है, संसद में जो सीटें खाली दिख रही हैं, 24 में वो भी बीजेपी सांसदों से भर जाएंगी। उन्हें पार्टी सांसदों को कहा कि जब जनता के बीच जाएं तो विपक्ष के ये कारनामे भी बताएं, एक्सपोज़ करें। जबकि विपक्ष का आरोप है कि संसदीय परंपरा और लोकतंत्र की मज़ाक तो बीजेपी उड़ा रही है। यहीं से बहस को आगे ले जाएंगे.
संसद की कार्यवाही पर एक मिनट का खर्च ढाई लाख रुपये आता है और एक घंटे का ये खर्च होता है डेढ़ करोड़ रुपये। एक घंटे का लंच टाइम हटा दें तो संसद रोज़ 6 घंटे चलती है। इस हिसाब से शोर-शराबे में अगर 6 घंटे बर्बाद हुए तो कुल जमा बर्बादी हुई एक दिन में 9 करोड़ रुपये की। वो रुपये, जो असल में टैक्सपेयर्स के होते हैं। अब आते हैं बहस पर कि इस व्यवस्था का मज़ाक कौन उड़ा रहा है। संसद की सुरक्षा में सेंधमारी से शुरू हुए हंगामे में अब विपक्षी सांसदों के निलंबन का हंगामा मिक्स हो गया है। पहले हंगामा इस पर था कि सुरक्षा में सेंध को लेकर प्रधानमंत्री और गृहमंत्री बयान क्यों नहीं दे रहे? फिर इसमें ये जुड़ा कि जो विपक्षी सांसद ये मांग कर रहे हैं उन्हें सस्पेंड क्यों किया जा रहा है? कल तक निलंबित सांसदों की संख्या 92 थी। आज हंगामा हुआ तो लोकसभा स्पीकर ने 49 और विपक्षी सांसद सस्पेंड कर दिये। यानी कुल मिलाकर 141 विपक्षी सांसद अब तक सस्पेंड हो चुके हैं। सस्पेंशन का रिकॉर्ड है ये। लोकसभा में विपक्ष के 143 सांसद हैं, बाक़ी 3 दिन के लिये 48 ही सदन में बचे हैं। ऐसे ही राज्यसभा में विपक्ष के 96 सांसद हैं, अब 46 ही बचे हैं। इतने सस्पेंशन के बाद संसद आज भी चली। कई बिल पास हुए। वहीं निलंबित सांसदों ने संसद के बाहर हंगामा किया। TMC के एक सांसद कल्याण बनर्जी ने तो राज्यसभा के सभापति यानी उपराष्ट्रपति की नकल भी उतारी। कल्याण बनर्जी जब मिमिक्री कर रहे थे तो राहुल गांधी उनका वीडियो बना रहे थे। संसदीय परंपरा से हटकर कुछ मनोरंजन चल रहा था। लेकिन उपराष्ट्रपति ने इसे बेहद खराब बताया। संक्षेप में इतना कहा कि- गिरने की भी कोई सीमा होती है। और आज इस हंगामे पर प्रधानमंत्री भी बोले। बीजेपी संसदीय दल की बैठक में प्रधानमंत्री मोदी ने इस हंगामे की विपक्ष की कुंठा करार दिया। उन्होंने कहा कि ऐसा लगता है जैसे विपक्ष संसद में सेंध लगाने वालों को समर्थन दे रहा है। प्रधानमंत्री ने कहा कि विपक्ष का बर्ताव ऐसा है मानों वो हमेशा विपक्ष में ही रहना चाहता है। अगर ऐसा ही तो ठीक है, संसद में जो सीटें खाली दिख रही हैं, 24 में वो भी बीजेपी सांसदों से भर जाएंगी। उन्हें पार्टी सांसदों को कहा कि जब जनता के बीच जाएं तो विपक्ष के ये कारनामे भी बताएं, एक्सपोज़ करें। जबकि विपक्ष का आरोप है कि संसदीय परंपरा और लोकतंत्र की मज़ाक तो बीजेपी उड़ा रही है। यहीं से बहस को आगे ले जाएंगे.
I.N.D.I.A Alliance Delhi Meeting : PM Candidate -- दिल्ली के अशोका होटल में हो रही इंडिया गठबंधन की बैठक अब खत्म हो चुकी है. लालू यादव, तेजस्वी यादव, नीतीश कुमार, खरगे समेत कई बड़े नेता इस मीटिंग में मौजूद रहे. सूत्रों ने बताया कि इंडिया की बैठक में तीन मसलों पर बात हुई. इसमें सीट शेयरिंग मुख्य मसला रहा है. वहीं बैठक खत्म होते ही केजरीवाल का बड़ा बयान सामने आया है. उन्होंने कहा बैठक अच्छी रही है. जल्द ही वे कंपैन शुरू करेंगे।
संसद की कार्यवाही पर एक मिनट का खर्च ढाई लाख रुपये आता है और एक घंटे का ये खर्च होता है डेढ़ करोड़ रुपये। एक घंटे का लंच टाइम हटा दें तो संसद रोज़ 6 घंटे चलती है। इस हिसाब से शोर-शराबे में अगर 6 घंटे बर्बाद हुए तो कुल जमा बर्बादी हुई एक दिन में 9 करोड़ रुपये की। वो रुपये, जो असल में टैक्सपेयर्स के होते हैं। अब आते हैं बहस पर कि इस व्यवस्था का मज़ाक कौन उड़ा रहा है। संसद की सुरक्षा में सेंधमारी से शुरू हुए हंगामे में अब विपक्षी सांसदों के निलंबन का हंगामा मिक्स हो गया है। पहले हंगामा इस पर था कि सुरक्षा में सेंध को लेकर प्रधानमंत्री और गृहमंत्री बयान क्यों नहीं दे रहे? फिर इसमें ये जुड़ा कि जो विपक्षी सांसद ये मांग कर रहे हैं उन्हें सस्पेंड क्यों किया जा रहा है? कल तक निलंबित सांसदों की संख्या 92 थी। आज हंगामा हुआ तो लोकसभा स्पीकर ने 49 और विपक्षी सांसद सस्पेंड कर दिये। यानी कुल मिलाकर 141 विपक्षी सांसद अब तक सस्पेंड हो चुके हैं। सस्पेंशन का रिकॉर्ड है ये। लोकसभा में विपक्ष के 143 सांसद हैं, बाक़ी 3 दिन के लिये 48 ही सदन में बचे हैं। ऐसे ही राज्यसभा में विपक्ष के 96 सांसद हैं, अब 46 ही बचे हैं। इतने सस्पेंशन के बाद संसद आज भी चली। कई बिल पास हुए। वहीं निलंबित सांसदों ने संसद के बाहर हंगामा किया। TMC के एक सांसद कल्याण बनर्जी ने तो राज्यसभा के सभापति यानी उपराष्ट्रपति की नकल भी उतारी। कल्याण बनर्जी जब मिमिक्री कर रहे थे तो राहुल गांधी उनका वीडियो बना रहे थे। संसदीय परंपरा से हटकर कुछ मनोरंजन चल रहा था। लेकिन उपराष्ट्रपति ने इसे बेहद खराब बताया। संक्षेप में इतना कहा कि- गिरने की भी कोई सीमा होती है। और आज इस हंगामे पर प्रधानमंत्री भी बोले। बीजेपी संसदीय दल की बैठक में प्रधानमंत्री मोदी ने इस हंगामे की विपक्ष की कुंठा करार दिया। उन्होंने कहा कि ऐसा लगता है जैसे विपक्ष संसद में सेंध लगाने वालों को समर्थन दे रहा है। प्रधानमंत्री ने कहा कि विपक्ष का बर्ताव ऐसा है मानों वो हमेशा विपक्ष में ही रहना चाहता है। अगर ऐसा ही तो ठीक है, संसद में जो सीटें खाली दिख रही हैं, 24 में वो भी बीजेपी सांसदों से भर जाएंगी। उन्हें पार्टी सांसदों को कहा कि जब जनता के बीच जाएं तो विपक्ष के ये कारनामे भी बताएं, एक्सपोज़ करें। जबकि विपक्ष का आरोप है कि संसदीय परंपरा और लोकतंत्र की मज़ाक तो बीजेपी उड़ा रही है। यहीं से बहस को आगे ले जाएंगे.
संसद के बाहर सांसदों के विरोध प्रदर्शन की तस्वीरें तो रोज देखी होगी. लेकिन वहां से आज जो तस्वीर सामने आई. उससे नया सियासी घमासान शुरू हो गया है. आज संसद के बाहर निलंबन के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे टीएमसी सांसद कल्याण बनर्जी, राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ की नकल उतारने लगे. हैरानी की बात ये रही कि उन्हें ऐसा करने से रोकने के बजाय विपक्ष के बाकी सांसद ठहाके लगा रहे थे. कल्याण बनर्जी जब सभापति की मिमिक्री कर उनका मजाक उड़ा रहे थे, तो कांग्रेस सांसद राहुल गांधी उनका वीडियो बना रहे थे. टीएमसी सांसद कल्याण बनर्जी की इस हरकत की खबर जब सभापति जगदीप धनखड़ तक पहुंची. तो उन्होंने माननीयों के इस व्यवहार को शर्मनाक बताया. जगदीप धनखड़ ने कहा कि एक सांसद मजाक उड़ा रहा है और दूसरा सांसद उस घटना का वीडियो बना रहा है.